सेवाधाम में सरकार के अनुदान के बिना सेवा का दुष्कर कार्य हो रहा है सेवा…
सेवाधाम में सरकार के अनुदान के बिना सेवा का दुष्कर कार्य हो रहा है
सेवा का भाव यदि देखना है तो उज्जैन के सेवाधाम अवश्य आए
-श्रीमती सोनाली पोक्षे बायंगणकर
(प्रमुख सचिव, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग)
मैं उज्जैन आई तो मुझे अंकितग्राम, आश्रम में आने का मौका मिला मैंने सुधीर भाई द्वारा स्थापित सेवा के तीर्थ सेवाधाम आश्रम की सेवा देखने की मिली। यहां दिव्यांग, बच्चे, युवा एवं बुजूर्ग के साथ भिक्षावृत्ति से मुक्त होने वाले सभी प्रकार के लोगो की अच्छी देखभाल की व्यवस्था की है और महत्वपूर्ण बात यह है कि शासन से किसी भी प्रकार से अनुदान प्राप्त नही करते है लेकिन सुधीर भाई के साथ यहां सभी में पूर्ण सेवा भाव देखने को मिलता है, यह बहुत ही सराहनीय है और इसलिए मैं यह सेवा प्रकल्प देखने के लिए आई और हम इस सेवा तीर्थ से क्या सीख सकते है यह बहुत ही महत्वपूर्ण है। यहां पर आकर बहुत ही अच्छा लगा उक्त विचार श्रीमती सोनाली पोक्षे बायंगणकर, प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग भोपाल मध्यप्रदेश ने व्यक्त किए।