‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम में विश्व कल्याण के संकल्प एवम् आनन्द के साथ मनाया गया होली पर्व
प्राकृतिक गुलाल, हल्दी एवं टेसू के फलों से बने रंग और फुलों से होली पर्व मनाया
मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव के स्वर्णिम कार्याकाल और उनके स्वस्थ, दीर्घायु जीवन की कामना की

‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम में होली पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, सर्वप्रथम सुधीर भाई, श्रीमती कांता भाभी, मोनिका दीदी एवं गोरी दीदी ने होलिका दहन पंडित श्रीराम शर्मा के आचार्यवत् में किया। बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्गों को प्राकृतिक गुलाल लगाकर विश्व कल्याण के संकल्प का संदेश दिया। ढ़ोल ढमाको के साथ सद्गुरू स्वाध्याय मंदिर में आराध्य गुरूदेव स्वामी रणछोड़दासजी महाराज के चित्र पर गुलाल एवं पुष्प अर्पित कर सत्यवती महिला प्रकल्प तक गैर निकाली जिसमें आश्रम के विशेष बच्चे जमकर नाचे। सुधीर भाई ने समस्त आश्रमवासियों को फुलों की होली खिलाई। इस अवसर पर सुधीर भाई ने बताया कि विश्व कल्याण के संकल्प एवं आपसी प्रेम, सद्भाव, आत्मीयता व विश्वास का दिन है आज वर्तमान समय में इसकी सबसे बड़ी आवश्यकता है।

हमें शांति, सद्भाव एवं एकता के साथ मानव सेवा का संकल्प लेना चाहिए, इन्हीं संकल्पों के साथ बड़े ही आनन्द के साथ होली पर्व मनाया गया। भाईजी ने यह भी बताया कि होली पर्व रंगों-उमंगों का त्यौहार सम्पूर्ण भारत राष्ट्र के हर शहर, ग्राम, तहसील, मोहल्लों में लोग बड़े ही उत्साह और धूमधाम मनाते है। सभी लोग अपने-अपने ढंग से रंग, गुलाल, पानी, फूलो का उपयोग करते है और एक दूसरे को रंग लगाकर सराबोर करते हैं एवं अनेक तरह के रंगों का भरपूर इस्तेमाल कर आनंद उत्साह के साथ होली का त्यौहार मनाते है। जहाँ सम्पूर्ण राष्ट्र के तमाम शहरों में रंग से भरी हुई पिचकारियाँ और रंग से रंगे हुए थेे वही उज्जैन से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित ‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम के 800 से अधिक दिव्यांग बच्चे, युवा और बुजूर्ग इस वर्ष होली पर्व पर प्राकृतिक गुलाल एवं शुद्ध हल्दी एवं फुलों का का उपयोग कर होली मनाई। होलिका दहन में भी वृक्ष को ना काटंते हुए कण्डे एवं सुखी हुई टहनियों का इस्तेमाल होलिका दहन एवं टेसू के फुलों से बनाए हुए प्राकृतिक रंग का इस्तेमाल किया।