‘अंकित ग्राम’ सेवाधाम आश्रम में महावीर जन कल्याणक को महोत्सव के रूप में मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम सत्यवती प्रकल्प में दिल्ली निवासी जानकीदेवी बगड़िया, स्वेतलाना क्रूजर, डिप्टी डायरेक्टर ऑफ़ द रशियन संस्कृत विभाग, यूरोप के विशेष आतिथ्य में हुआ।

सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई ‘‘भाईजी’’, ओमप्रकाश बगड़िया, दिल्ली, कांता भाभी, मोनिका दीदी, गोरी दीदी, प्रो. रमनी रंजन पाणिग्राही एवं डाॅ. मनीष शर्मा के साथ श्रीरामकृष्ण बालगृह एवं माँ शारदा बालिकागृह के विशेष बच्चों ने सेवाधाम सद्गुरू बैण्ड के साथ 51 दीपक से भगवान महावीर प्रभु की भव्य आरती की। बच्चों ने ‘‘णमोकार मंत्र’’ पर नृत्य नाटिका की मनमोहक प्रस्तुति दी।

सुधीर भाई ने विश्व में प्रेम-शांति-सद्भाव-जीवदया-मानव सेवा और प्रकृति संरक्षण का संकल्प लिया। प्रातःकाल आश्रम गौशाला में सभी गौवंश की सेवा- मिष्ठान्न और फल वितरित कर प्रकृति पूजन कर हमारे वृक्षों के संरक्षण का संकल्प भी लिया। इस अवसर पर दो अति पीड़ित वृद्धों को अपनाने की स्वीकृति प्रदत्त कर विशेष भोजन का आयोजन हुआ। आश्रम परिसर में स्थित भगवान महावीर की दर्शनीय अलौकिक प्रतिमा जी का भी विशेष श्रृंगार पूजन कर दीपमाला प्रज्वलित की गई।

सुधीर भाई ने यह भी कहा कि भगवान महावीर स्वामी के संदेश ‘‘जिसने दुःखियों को जाना उसने मुझे पहचाना’’ के सूत्र वाक्य के आधार पर सेवाधाम आश्रम द्वारा विगत 34 वर्षों से पीड़ित मानवता की सेवा की जा रही है। भगवान का इससे बड़ा आशीर्वाद ओर कुछ नही हो सकता जो निरन्तर आश्रम को दुःखियों की सेवा का अवसर प्रदान कर रहा है।