देश-विदेश के कबीर भजन गायक पहुँचे सेवाधाम। 

देश-विदेश के कलाकारों द्वारा भजन सत्संग समारोह में ‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम और आसपास के ग्रामों से आए ग्रामीण श्रोतागण कबीर के रस में ऐसे डूबे कि सम्पूर्ण वातावरण ही कबीरमय हो गया।

सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई ‘‘भाईजी’’ ने बताया किया सद्गुरू कबीर स्मारक समिति, लुनियाखेड़ी द्वारा सेवाधाम आश्रम के तत्वावधान में देशभर के कबीर पंथियों की उपस्थिति में 28वाँ कबीर महोत्सव एवं 12वीं मालवा कबीर जन सांस्कृतिक चेतना यात्रा का चैथा पड़ाव पहुंचा। इस आयोजन में सुप्रसिद्ध कबीर भजन गायक पद्मश्री प्रहलादसिंह टीपानिया के नेतृत्व में आमंत्रित कलाकारों ने कबीर भजनों पर अद्भुत प्रस्तुतियाँ दी जिसके अंतर्गत मुरालाला मारवाड़ा, कच्छ गुजरात, मंतश बैण्ड, दिल्ली, हरप्रीत सिंह, गोवा, मीर बसु खान, शांति प्रिया, गीता पराग, राजकुमारी सौलंकी के साथ स्थानीय कलाकार ने भी भाग लिया। कबीर भजनों को सुनकर श्रेातागण अपने स्थान से उठकर झूमने व नाचने लगे।

प्रहलादसिंह टीपानिया द्वारा कबीर की स्तुति में सुर छेड़ते ही सेवाधाम परिसर जोरदार तालियों के साथ गूंज उठा और वहां के कोने-कोने में हर तरफ उत्साह नजर आने लगा टीपानियाजी की हर प्रस्तुति पर दर्शक झूमने लगे।

कार्यक्रम से पूर्व उपस्थित कलाकारों ने सेवाधाम आश्रम के संचालक सुधीर भाई गोयल के साथ कबीर साहेब के चित्र पर चादर चढ़ाई, सेवाधाम के आराध्य गुरूदेव रणछोड़दासजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण पश्चात समस्त गायकों को माला पहनाकर एवं दुपट्टे से सम्मानित किया। इस अवसर पर हिमाली, मुम्बई, उमा भटनागर, यूएसए, नतालिया, रशिया, डाॅ. सचिन गोयल, श्रीमती अनिता गोयल, पी.जी. मुण्डा, राजेन्द्र मंत्री, रवि काबरा, बिरेन्द्र भूता, प्रिया, वसुधा, कलै कीर्ति, पुनित्ता त्रिवेदी भटनागर, प्रेमदास, पाली, कृष्णदास बैरागी, पल्लवी सिंह, अंकित काबरा, तपस उपाध्याय, प्रियल माहेश्वरी, रैणु राजेश सिंह, राशि सिंह, डाॅ. मृदुला पारीक, गुजरात, लक्ष्मी भारती, मयंक, गांधीनगर, करण, भिलाई, लक्ष्मी, हरि किशन, गुजरात, सीमा बिंदरा, पंजाब, सीए एन.डी. ललवानी, रायपुर, प्रवीण भाई नायक, अहमदाबाद, रामजीलाल, दिल्ली, नटवरलाल पोसाणी, जूनागढ़, हाईकोट एडवोकेट नन्दकिशोर, दिल्ली, मीनू राजेश सिंह सहित आदि बड़ी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित थे।

मानवसेवी सुधीर भाई को प्रणाम् – उनकी सेवा को सलाम।  

देश विदेश से आए कबीर पंथियों ने सम्पूर्ण आश्रम का अवलोकन कर दो दिवस आश्रम में निवासरत 750 से अधिक बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्गोे से आत्मीय मुलाकात की। पद्मश्री प्रहलाद सिंह टिपानियाजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यहां चारधाम की यात्रा का पुण्य मिलता है और कबीर की वाणी को सुधीर भाई चरितार्थ कर रहे है। यहां की मानव सेवा को हम सभी को महसूस कर सुधीर भाई के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।

इस अवसर पर सन् 1970 में सुधीर भाई ने जब स्वामी विवेकानन्द मण्डल की स्थापना कर ग्राम अजनोटी में विद्यालय की स्थापना की थी वहां के 105 वर्षीय सत्यनारायणजी का माला एवं दुपट्टा ओढ़ाकर कार्यक्रम में सम्मानित किया। सत्यनारायणजी ने कहा कि बड़ी-बड़ी खाई एवं नाले थे, यहां जंगली जानवरों का भय था, रोड़ भी नही थी तब से कार्य कर रहा है, मैं स्वयं इस बात का साक्षी हूं कि किन विषय परिस्थितियों में आश्रम की स्थापना कर मानव सेवा का बीड़ा उठाया है।