अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम में भारत सरकार के सीआरसी भोपाल द्वारा दिव्यांगजनों हेतु जागरूकता कार्यशाला सम्पन्न…

अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम सनातन संस्कृति का एक मंदिर है जहां जीवित देवताओं के दर्शन होते है
-श्री गौतम टेटवाल ( राज्यमंत्री ) कौशल विकास व रोजगार विभाग एवं प्रभारी मंत्री उज्जैन
इस अवसर पर विशेष बालिकाओं हेतु सुकांत कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ कर विशेष बच्चों को स्वर्ण प्राशन पिलाकर पौधारोपण किया
अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम उज्जैन में महात्मा अंकित की 41वीं जन्म जयंती पर ‘अंकितोत्सव’ अंतर्गत 41 दिवसीय 34वें राष्ट्रीय वर्षा मंगल एवं मित्र मिलन महोत्सव अंतर्गत श्री गौतम टेटवाल राज्यमंत्री कौशल विकास व रोजगार विभाग एवं प्रभारी मंत्री उज्जैन का आश्रम के विशेष बच्चों ने मुख्य द्वार पर तिरंगा रैली, लेझीम एवं लाठीकाठी का प्रदर्शन कर आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल, श्रीमती कांता भाभी, मोनिका दीदी, गोरी दीदी एवं महेन्द्र छाड़िया सहित आश्रम के पारिवारिक सदस्यों ने स्वागत कर मालवी पगड़ी, दुपट्टा से सम्मान किया। सुधीर भाई ने अंकितग्राम सचिवालय में फोटो गैलरी का अवलोकन कराकर सद्गुरू स्वाध्याय मंदिर में विकास दीप प्रल्वलित किया एवं सिद्ध त्रिवेणी पर जलार्चन कर गौ सेवा की। गौतम टेटवाल द्वारा आश्रम में संचालित विभिन्न प्रकल्प आनन्द करूणालय, हेम वज्र भवन, विशेष बालको का गृह, नवनिर्मित सभागृह, डिडवानिया अवेदना केन्द्र में निवासरत दिव्यांग एवं बहु दिव्यांग बच्चों, युवाओं एवं बुजूर्गो से आत्मीय मुलाकात की। इस अवसर पर मतलानी विद्या विहार में विशेष बालिकाओं हेतु सुकांत कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ कर बालिकाओं द्वारा अनेक शैक्षणिक गतिविधियों को देखा एवं विशेष बालिकाओं ने हस्तशिल्प भेंट की, सत्यांश नेचर क्योर रिट्रीट का अवलोकन कर रायपुर चिकित्सकीय दल से चर्चा की। कार्यक्रम के अंत में नारायण सेवा कर आश्रम परिसर में औषधीय पौधों का रोपण किया।
राज्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम में तीसरी बार आने का मौका मिला, सुधीर भाई द्वारा मानवता की सेवा को देखकर मन में आनंद, उत्साह और अपने आप से ईष्या होने लगी, सुधीर भाई उन बंधुओं की सेवा कर रहे है जो बंधु समाज से अलग रहकर के समाज के बीच में नही रह पा रहे, मैं उनको क्या नाम दूं, समाज से ठुकराए हुए बच्चों, युवाओं और बुजूर्ग सभी की परवरीश करके ऐसा आश्रम बना दिया मेरा मन ऐसा लगा कि इतने मित्रों के साथ इस सेवालय को कैसे सहेजते होंगे। यहां ऐसे बच्चे जिनके माता पिता नही है समाज से ठुकराए हुए है वह शिक्षा ले रहे है, सड़को अथवा देवालयों में छोड़ कर चले गए सुधीर भाई उनकी सेवा का कार्य कर रहे है। आश्रम में अनेक विक्षिप्त बहनें एवं माताऐं यहां रह रही है। यहां सच्चा सेवा कार्य देखने को मिलता है। सेवाधाम आश्रम सनातन संस्कृति का एक ऐसा मंदिर है जहां जीवित प्रतिमाओं के दर्शन होते है, मन बहुत ही आनंदित हुआ और परमात्मा से प्रार्थना करता हू कि इन बच्चों को शिक्षण के साथ समाज के कल्याण के साथ भारत में नेतृत्व करने हेतु आगे आए। सुधीर भाई एक ऋषि है, लोगों का जन्म भगवान की आराधना में लगता है किन्तु सुधीर भाई दरिद्र नारायण की सेवा में रत होकर इनकी आराधना कर रहे है। इस अवसर पर रमाकांत सोनी, महेन्द्र छाड़िया ग्राम अम्बोदिया सरपंच प्रतिनिधी सहित तहसीलदार घट्टिया, पटवारी अम्बोदिया सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे