41 दिवसीय 34वें राष्ट्रीय वर्षा मंगल महोत्सव एवं मित्र मिलन के समापन के साथ प्रबंध…

वर्तमान समय में सनातन में ऐसा संत कोई नही जो सुधीर भाई जैसी मानव सेवा कर रहा है
महन्त रविन्द्र पुरीजी, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद
अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम सनातन धर्म में मानवता की सेवा का एक ऐसा तीर्थ है जहां स्वयं ब्रह्मा, विष्णु और महेश के दर्शन होते है…
महन्त रविन्द्र पुरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम को बहुत बहुत आर्शीवाद एवं साधुवाद, आज में सेवाधाम आया, सुधीर भाई को अनेक वर्षों से मैं जानता हूं एवं बहुत प्रेम है, इनकी मानव सेवा पूरा भारत ही नही विश्व देख रहा है। महन्त रविन्द्र पुरी ने कहा कि यह एक मानव सेवी संत है इसीलिए अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से सुधीर भाई को महामण्डलेश्वर हेतु प्रस्ताव अनेक बार दिया और आज भी मैं स्वयं आकर मनाने आया हूं, आप इतने सारे पीड़ितजनों की मानव सेवा का कार्य कर रहे है। हमें विश्वास है कि हम इन्हें मना लेंगे। मैं अखिल भारतीय अखड़ा परिषद के समक्ष अपनी बात अनेक बार कह चुका हू। सुधीर भाई में मानव सेवा कूट-कूट कर भरी है, वर्तमान समय में हमारे सनातन में ऐसा कोई संत नही है जो इतनी मानव सेवा कर आज असंख्य पीड़ितजनों को आवास, पौष्टिक भोजन, चिकित्सा एवं स्वावलम्बन कर कार्य कर रहे है। अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम सनातन धर्म में मानवता की सेवा का एक ऐसा तीर्थ है जहां स्वयं ब्रह्मा, विष्णु और महेश के दर्शन होते है। हमें विश्वास है हम सुधीर भाई को मना लेंगे। वेसे भी हम सभी उन्हें महामण्डलेश्वर कहकर ही पुकारते है।
अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम उज्जैन में महात्मा अंकित की 41वीं जन्म जयंती पर ‘अंकितोत्सव’ अंतर्गत 41 दिवसीय 34वें राष्ट्रीय वर्षा मंगल एवं मित्र मिलन महोत्सव अंतर्गत महन्त रविन्द्र पुरी अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का आश्रम के विशेष बच्चों ने मुख्य द्वार पर लेझीम के साथ मंत्रोच्चार के साथ आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल, श्रीमती कांता भाभी, मोनिका दीदी, गोरी दीदी एवं आश्रमवासियों ने स्वागत कर मालवी पगड़ी, दुपट्टा से सम्मान किया। सुधीर भाई ने अंकितग्राम सचिवालय में फोटो गैलरी का अवलोकन कराकर सद्गुरू स्वाध्याय मंदिर में विकास दीप प्रल्वलित किया एवं सिद्ध त्रिवेणी पर जलार्चन कर गौ सेवा की। महन्त रविन्द्र पुरी द्वारा आश्रम में संचालित विभिन्न प्रकल्प आनन्द करूणालय, हेम वज्र भवन, विशेष बच्चों का मतलानी विद्या विहार, नवनिर्मित सभागृह, सत्यवती महिला प्रकल्प, डिडवानिया अवेदना केन्द्र में निवासरत दिव्यांग एवं बहु दिव्यांग बच्चों, युवाओं एवं बुजूर्गो से आत्मीय मुलाकात कर आश्रम परिसर में औषधीय पौधों का रोपण किया।