थापा इंदौर रोड उज्जैन के एक रिसोर्ट में कार्य करते थे, अचानक लकवा पीड़ित हो गए, कठोर परिश्रम से कमाई राशि उन्हें वापस नहीं मिली, भिक्षावृत्ति कर जीवन यापन कर रहे थे बाए और का हाथ और पैर लकवाग्रस्त होने से कठिनाई आ रही थी। उज्जैन रेलवे स्टेशन पर पड़े थे।


रेलवे पुलिस उन्हें फरवरी 2020 को अंकित लग्राम सेवाधाम ले आई तभी से आश्रम में रह रहे थे, स्वस्थ्य हुए चौकीदारी करते मुख्य द्वार पर रोज ही उनसे मिलना होता धीर गंभीर ,शांत स्वभाव ,कभी कोई शिकायत नहीं, अपने कर्तव्य के प्रति सजग कई बार उपचार के लिए इंदौर उज्जैन अस्पताल भेजा जो भी हो सका करने का प्रयास किया थापा आश्रम परिवार के अहम सदस्य थे।
6 दिसंबर को अचानक स्वास्थ्य खराब हुआ प्राथमिक उपचार प्रार्थना के बाद तत्काल एम्बुलेंस से उज्जैन जिला अस्पताल भेजा ICU में भर्ती किया 7 दिसंबर सुबह 3 बजे लगभग ब्रह्म मुहूर्त में अंतिम सांस ली जैसे ही सुभाष ने बताया लगा थापा के रूप में एक अच्छा सच्चा साथी चला गया। पोस्टमार्टम कराया आश्रम के कार्यकर्ताओं के माध्यम से स-सम्मान अंतिम संस्कार किया।

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'अंकितग्राम' सेवाधाम आश्रम उज्‍जैन - गतिविधियॉं