‘अंकितग्राम’, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन में भगवान की ऐसी कृपा होगी यह कल्पना नही थी वरन…
यहाँ की मानव सेवा को मैं प्रणाम करती हूं, मानव सेवा ही ईश्वरीय सेवा है।
सुचिता तिरकी बेक संयुक्त संचालक, सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग, इन्दौर
[/et_pb_text][et_pb_video src=”https://www.youtube.com/watch?v=LR9qMDbb4KI” _builder_version=”4.19.4″ _module_preset=”default” hover_enabled=”0″ global_colors_info=”{}” sticky_enabled=”0″][/et_pb_video][/et_pb_column][/et_pb_row][et_pb_row _builder_version=”4.19.4″ _module_preset=”default” global_colors_info=”{}”][et_pb_column type=”4_4″ _builder_version=”4.19.4″ _module_preset=”default” global_colors_info=”{}”][et_pb_text _builder_version=”4.19.4″ _module_preset=”default” hover_enabled=”0″ global_colors_info=”{}” sticky_enabled=”0″]‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम में इन्दौर सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग की संयुक्त संचालक सुचिता तिरकी बेक अचानक सेवाधाम पहँची एवं यहाँ निवासरत बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्ग स्त्री-पुरूषों से आत्मीय मुलाकात कर भाव विभोर हो उठी।
उन्होंने सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई ‘‘भाईजी’’ के साथ आश्रम का अवलोकन किया और सेवाधाम में हो रही मानव सेवा को देखा एवं सराहा।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैंने सेवाधाम आश्रम का बहुत नाम सुना था और मैं यहां निरीक्षण करने आई थी। आज मैंने देखा कि यहां पर हर प्रकार की दिव्यांगता से ग्रसित पीड़ित यहाँ आता है और दीन दुखी उनकी सेवा-सुश्रुषा का कार्य हो रहा है। यहाँ की सारी व्यवस्था बहुत ही अच्छी है। यहाँ की मानव सेवा को मैं प्रणाम करती हूं, मानव सेवा ही ईश्वरीय सेवा है।
[/et_pb_text][/et_pb_column][/et_pb_row][et_pb_row _builder_version=”4.19.4″ _module_preset=”default” global_colors_info=”{}”][et_pb_column type=”4_4″ _builder_version=”4.19.4″ _module_preset=”default” global_colors_info=”{}”][et_pb_code _builder_version=”4.19.4″ _module_preset=”default” hover_enabled=”0″ global_colors_info=”{}” sticky_enabled=”0″][/et_pb_code][/et_pb_column][/et_pb_row][/et_pb_section]