‘अंकितग्राम’, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन में भगवान की ऐसी कृपा होगी यह कल्पना नही थी वरन…
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01 अक्टूबर अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर ‘अंकित ग्राम’ सेवाधाम में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये, आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल, श्रीमती कांता भाभी ने आश्रम में निवासरत बुजुर्गों का आर्शीवाद लिया एवं उनकी सेवा के संकल्प को दोहराते हुए संयुक्त रूप से एक पारिवारिक माहौल में बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्गों को विशेष भोजन कराया। इस अवसर पर थाना नागझिरी क्षैत्र में एक 80 वर्षीय अशक्त वृ़द्धा सुगनबाई को स्वीकार किया, उक्त वृद्धा महाकाल क्षैत्र एवं उसके आसपास भीख मांगकर अपना गुजर बसर कर रही थी एवं देर रात्रि गश्त के दौरान पुलिस को मिली एवं वृद्धा की सुरक्षार्थ उन्हें सेवाधाम आश्रम आजीवन आश्रय हेतु पहुंचाया। विशेष भोजन की व्यवस्था सत्यनारायणजी अग्रवाल द्वारा की गई।
सुधीर भाई का कहना है ……………
इस अवसर पर सुधीर भाई ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय दिवस अधिकतर पश्चिमी देशों से शुरु हुये है मगर हमारे देश में ‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम जैसी संस्थाओं में प्रत्येक दिन वृद्धजन दिवस के रुप में मनाया जाता है। हमारे देश में परिवार जैसी संस्था के माध्यम से वृद्धजनों की सेवा का कार्य होता है परन्तु उसी समाज में माँ-बाप का भी भरण पोषण करने को कोई तैयार नहीं होता है। बुजुर्गों के सपने उस समय अपने नही होते, जब उनके बुढ़ापे की लाठी समझी जाने वाले बच्चे ही उनको अपने घर संसार और परिवार से हमेशा-हमेशा के लिए जुदा कर देते है। जिन्हें मान मन्नतों से पाला-पौसा वे ही उन्हें पालने-पौसने के लिए मना कर देते है और वे असहाय स्थिति में अपनी रूठी किस्मत को मनाने के लिए सेवाधाम जैसे इसी कार्य को समर्पित आश्रय गृहों का सहारा लेते है।
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