देश-विदेश एवं अनेक सामाजिक संगठनों, प्रबुद्धजनों ने दी शुभकामनाऐं।  

‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम के परोक्ष समाजसेवी मास्टर अंकित गोयल के 39वें जयन्ती पर्व पर 39 दिवसीय 32वें वर्षा मंगल महोत्सव ‘‘अंकितग्राम वर्षा मंगल राष्ट्रोत्सव’’ पर मानव सेवी सुधीर भाई ‘‘भाईजी’’ के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सेवा-संस्कार पर्व अंतर्गत परमात्मा की 251 विशेष संतानों का वैदिक कर्ण वेधन संस्कार पूज्य स्वामी अखिलानन्द सरस्वती विज्ञान मंदिर ट्रस्ट, आनंद, गुजरात, प्रमुख अतिथि सतपाल मलहोत्रा, प्रांत अधिकारी हिन्दू जागरण मंच, दिल्ली एवं श्रीमती सोनिया, डाॅ. राकेश प्रकाश निगम, इन्दौर, संचालक इन्दु ज्योति संस्थान, श्रीमती जानकीदेवी बगड़िया, दिल्ली, ओमप्रकाश बगड़िया, दिल्ली, डाॅ. समित रावत, उत्तराखण्ड, जैन सोश्यल ग्रुप, नागदा के दिलीप कांठेड, सुरेन्द्र कांकरिया, मुकेश धोखा, कमलेश, सोनव वागरेचा, मनीष चपलोद, सौरभ, राजाजी करनावट, शरद जैन, श्रीमती प्रतिभा जैन, कांता भाभी, मोनिका, गोरी एवं ग्राम अम्बोदिया के सरपंच प्रतिनिधि महेन्द्र पूजा छाडिया सहित अनेक गणमान्यजनों की विशेष उपस्थित में सम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम सद्गुरूदेव रणछोड़दासजी महाराज के चित्र के समक्ष विकास दीप प्रज्वलित कर समस्त अतिथियों द्वारा सुधीर भाई द्वारा की जा रही सेवा के संदर्भ में अपने-अपने उद्बोधन दिए एवं उनके दीर्घायु एवं यशस्वी जीवन की कामना कर जन्मदिवस की बधाई प्रेषित की।

प.पू. स्वामी अखिलानन्द सरस्वती ने अपने उद्बोधन में कहा कि सुधीर भाई के नाम में ही सेवा है, मैं प्रथम बार यहां आया और आकर देखा कि यहां इतने दीन दुखियों की सेवा हो रही है जहां परमात्मा के दर्शन होते है, यहां सेवा करना सार्थक होती है। सुधीर भाई हमेशा दीन दुखियों की सेवा में रत रहे यही मेरी मनोकामना है और आज उनके जन्मदिन के अवसर पर उन्हें परमात्मा दीर्घायु एवं स्वस्थता प्रदान करें। इस अवसर पर अंकितग्राम सेवाधाम आश्रम द्वारा स्वामी अखिलानन्द सरस्वतीजी को समस्त अतिथियों की उपस्थिति में ‘‘सेवाधाम गुरू सांदिपनी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया’’।

सतपाल मलहोत्रा, दिल्ली ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं पहली बार उज्जैन आया एवं उज्जैन में सेवाधाम आश्रम में आया, 4 दिन पहले ही सुधीर भाई से मुलाकात दिल्ली में हुई एवं उन्होंने मुझे आमंत्रित किया आज मुझे मालूम चला की सुुधीर भाई का जन्मदिन है। हम यही चाहते है कि सुधीर भाई हजारों साल रहे एवं हम ऐसे ही उनका जन्मदिन मनाते रहे। मैं हतप्रद हूं कि सुधीर भाई ने अपना सम्पूर्ण जीवन दूसरो की सेवा में विलिन कर दिया। इस अवसर पर श्री मलहोत्रा एवं श्रीमती सोनिया महलोत्रा को ‘‘सेवाधाम अमर शहीद राजा भाउ महाकाल सम्मान से सम्मानित किया।

डाॅ. राकेश प्रकाश निगम, इन्दौर ने बताया कि भारतीय संस्कृति के 16 संस्कारों में से एक कर्ण वेदन संस्कार है। यह कर्णवेदन संस्कार हमारे पवर्जजो के द्वारा अन्य 16 संस्कारों के समान ही पूर्ण विधि विधान से कराया जाता रहा। मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और बौद्धिक विकास के लिए कर्ण वेधन किया जाता रहा आयुर्वेद में कर्ण वेदन संस्कार कराने के लिए देव कृत छिद्र का वर्णन आया है। इस अवसर पर ‘‘सेवाधाम सेवा-संस्कार अभिनन्दन पत्र से सम्मानित किया गया।

अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई ने मंच से समस्त देश-विदेश में रहने वाले एवं सेवाधाम के हितचिंतकों को जन्मदिवस पर शुभकामनाऐं प्रेषित करने हेतु धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि ऐसा आज तक नही हुआ कि मुझे मेरे प्रभु ने सेवा का मौका ना दिया हो आज भी एक दयनीय स्थिति में मलमूत्र में सने मानसिक रोग से ग्रसित युवक जो कि शनि मंदिर के पास पड़ा था उसकी सूचना मिलते ही सेवाधाम के सेवा वाहन को भेजकर लाया गया एवं उसकी स्वयं ने सेवा कर केश कर्तन, नाखून एवं नहलाया एवं नवीन वस्त्र पहनाकर प्रभु स्वरूप में उसका मगल तिलक, माला पहनाकर उसका मुंह मीठा कराया। मैं समझता हूं कि मैं केवल निमित्त मात्र हूं मेरे प्रभु ने मुझे इस कार्य के लिए चुना है और आपका प्रेम, वात्सल्य, स्नेह, आत्मीयता और विश्वास अनन्त काल तक बना रहे। आपने जन्मदिवस पर समस्त अतिथियों के साथ 67 नीम एवं औषधीय गुणों के पौधो का रोपण किया।

इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी मनोहर लाल कांठेड, नागदा ने मोबाईल पर अपनी मनमोहक जन्मदिवस पर गीत की प्रस्तुति दी। जैन सोश्यल ग्रुप, नागदा के समस्त पदाधिकारियों का स्वागत माला, अंगवस्त्र एवं ‘‘सेवाधाम सेवा-संस्कार अभिनन्दन पत्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम पश्चात मालवी व्यंजन बाफला, दाल एवं चूरमा का विशेष भोजन प्रसादी का वितरण किया गया।