समाज में महिलाऐं आने वाले अंहिसक युग के लिए तैयार हो
– जयेश भाई
गांधी-विनोबा विचार से जुड़े देश के 15 प्रांतों से आए प्रतिभागी पहुंचे सेवाधाम
स्त्री शक्ति की अवधारणा पर हुई खुली चर्चा
‘अंकित ग्राम’ सेवाधाम आश्रम में राष्ट्रीय ध्वज के जन्म दिवस व अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम के परोक्ष समाजसेवी मास्टर अंकित गोयल के 39वें जयन्ती पर्व पर 39 दिवसीय 32वें वर्षा मंगल महोत्सव ‘‘अंकितग्राम वर्षा मंगल राष्ट्रोत्सव’’ का तीन दिवसीय नंदिनी लोकमित्र राष्ट्रीय सम्मेलन 15 प्रांतों से आई नंदिनी बहनों ने दीप प्रज्वलन कर शुभ मंगल हो शुभ मंगल हो, मानव की हर कृति मंगल हो गीत गाकर सम्पन्न किया इस अवसर पर गांधी-विनोबा-स्वामी रणछोड़दास महाराज एवं मास्टर अंकित गोयल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत के जाने माने पर्यावरण एवं स्वच्छता कर्मयोगी के रूप में विख्यात पर्यावरणीय स्वच्छता संस्थान के अध्यक्ष तथा गांधीजी के साबरमती आश्रम अहमदाबाद के मैनेजिंग ट्रस्टी जयेश भाई पटेल, सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई, रमेश भइया, संस्थापक विनोबा सेवा आश्रम, श्रीमती विमला बहन, पद्मश्री प्रहलाद सिंह टिपानिया, संजय राय राष्ट्रीय सचिव हरिजन सेवक संघ दिल्ली, प्रो. अरविंद मित्तल, समन्वयक श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरूदेव, तिरूपति, मणिन्द्र कुमार जैन,  वैदिक ज्योतिष हेमन्त कासट, माताजी श्री निर्मलादेवी सहजयोग के प्रमुख अनुयायी राजेश अग्रवाल, डाॅ. धीरज गाधी, वरिष्ठ ह्रदय चिकित्सक, इन्दौर सहित गांधी विनोबा विचार प्रवाह के देश के 15 प्रांतों से आए प्रतिभिागियों की वरद उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में अग्रणी जयेश भाई के कार्यों को देखते हुए सेवाधाम विश्व मैत्री अहिंसा सम्मान, सम्राट विक्रमादित्य की मूर्ति, अंगवस्त्र से समस्त अतिथियों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया। 
सम्मेलन में जयेश भाई ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत में बहनों के लिए अबला और महिला दो शब्द आए। अबला का अर्थ होता है निर्बल और महिला का अर्थ होता है सशक्त-सक्षम और महान। बाबा विनोबा कहा करते थे कि हमारे देश की बहने बहुत जागरूक है क्योंकि महिला और अबला में से स्वयं महिला शब्द को चुना जो महान शक्ति की प्रतीक मानी जाती है। देश की समस्याओं का हल तभी होगा जब महिलाऐं समाज का नेतृत्व करने के लिए तैयार होगी। आने वाला युग हिंसा का नही बल्कि अहिंसा का है इसलिए महिलाओं को उसके लिए तैयार करने के लिए नंदिनी शिविर हो रहे है। यह सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम में सुधीर भाई के सहयोग से हो रहा है क्योंकि हम यहां पर अनेक अबला और महिला दोनों नारियों को साक्षात देख सकते है और दोनों शब्दों को महसूस कर सकते है। समाज में समस्याऐं है उनका समाधान समर्पण सातत्य और सरलता से होगा। इन गुणों की धनी महिला है। स्त्री-पुरूष में भेद नही होता है जिसके अंदर दया भाव मैत्री करूणा तथा त्याग का भाव है वहीं महिला है। गांव का जो आज दृश्य दिख रहा है वह तभी सुंदर दिखेगा जब महिलाऐं गांव की कर्णधार बनेगी। काम तभी अच्छा होता है जब बोझ समझकर नही किया जाता है और विशेषकर सेवा के काम को बिना भावना के हो ही नही सकता। सेवाधाम आश्रम में जो बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की स्तुत्य सेवा हो रही है यह कोई व्यक्ति नही कर सकता है सद्पुरूष ही कर सकता है जिस पर भगवान की विशेष कृपा हो इसलिए हमारा मानना है कि सुधीर भाई एक चलता फिरता तीर्थधाम जैसा है। 15 राज्यों की नंदिनी यहां पर आई है वे सब मिलकर ऐसा वातावरण बनाए कि निराशा का वातावरण आशा में बदल जावे। 
इस अवसर पर 15 प्रांतों से आए प्रतिभागियों में प्रमुख राष्ट्रीय युवा योजना, भारत के सलाहकार अजय कुमार पाण्डे, दिल्ली युनिवर्सिटी की प्रो. डाॅ. भारती देवी, बापा आश्रम गांधी आश्रम दिल्ली की प्रमुख डाॅ. निशाबाला त्यागी, चम्पारन बिहार में गांधी विनोबा का कार्य करने वाली शत्रुघ्न झा, हरदोई उत्तरप्रदेश से अमरीश कुमार, महाराष्ट्र से सद्गुरू मण्डल की प्रमुख कविता बहन, गुजरात के सफाई विद्यालय के प्रमुख धीरूभाई पुरबिया, विश्वमित्र के नाम से विख्यात पूना के योगेश मथुरिया, ग्राम शिल्पी श्रीमती स्नेहल, जलदीप, सत्व, अल्पेश चैधरी, धुलिया से शिवाजी भावे संस्थान की प्रमुख सुश्री प्राची नरेन्द्र, उत्तरप्रदेश राज्य के कृषक समृद्धि आयोग के सम्मानीय सदस्य श्रीकृष्ण चैधरी, विनोबा सेवा आश्रम के निदेशक विश्शन कुमार आदि को उनके अदम्य साहस और स्त्री शक्ति के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए सेवाधाम राष्ट्रीय नंदिनी मित्र सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डाॅ. एस.एन. सुब्बाराव द्वारा रचित 18 भाषाओं में भारत की संतान कार्यक्रम सेवाधाम के विशेष बच्चों ने मंचन किया एवं राष्ट्रीय युवा योजना के अजय पाण्डे और संजय राय ने सुब्बारावजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत की संतान कार्यक्रम को विश्व के 22 देशों में सराहा जा चुका है। इस अवसर पर विशेष रूप से डाॅ. सचिन गोयल, श्रीमती सरोज अग्रवाल, श्रीमती अनिता गोयल, राजकुमार अग्रवाल, जलगांव, मोनिका गोयल, गोरी गोयल, गोपाल सरण, राजस्थान उत्तराण्ड के डाॅ. देवेन्द्र बुडलाकोटी, अदिती रायजादा, अहमदाबाद, डाॅ. दिनेश कुमार, पे्रेम यूथ फाउण्डेशन के रवि प्रकाश, विकास प्रजापति, छत्तीसगढ़, क्रांति बहन, बिहार, श्वेता गुप्ता, इन्दौर, डाॅ. ज्योति, जबलपुर, राधा, वर्धा महाराष्ट्र, अनुराधा बहन आदि अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। 
नंदिनी शिविर में सर्वप्रथम प्रातःकालीन प्रभात फेरी, प्रार्थना, सामूहिक श्रमदान कर मुख्य अतिथियों द्वारा सेवाधाम के मुख्य द्वार पर संवेदना नीम वृक्ष का रोपण किया गया। इस अवसर पर मणिपुर हिंसा तथा साधना केन्द्र राजघाट वाराणसी में फैल रही नकारात्मकता के लिए भी विचार मंथन हुआ।