7 छोटे भाई-बहनों के बड़े भाई “गोवर्धन सिंह” बिस्तरग्रस्त होकर दर-दर की ठोकरे खाते पहुंचे सेवाधाम।

‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम में बड़ोदा गुजरात से आए अतिथि निलेश मोढ़वाड़िया, ख्याति मोढवाड़िया, राजकोट से अवनि चिराग पाठक परिवार ने आश्रम की परम्परानुसार लकवाग्रसित, 52 वर्षीय वृद्ध को मंगल तिलक, माला एवं मिष्ठान्न खिलाकर प्रवेश दिया। इस अवसर पर राजकुमार अग्रवाल, जलंगाव विशेष रूप से उपस्थित थे। आज सेवाधाम में एक वाकया देखने में आया कि आश्रम के मुख्य द्वार पर शाजापुर से एक छोटा भाई अपने बड़े भाई जो कि पोलियोग्रसित होकर बिस्तरग्रस्त है एवं उनका सम्पूर्ण जीवन पर सेवा पर निर्भर है को प्रवेश हेतु लेकर आए, उन्होंने बताया कि हम 7 भाई-बहन है एवं यह सबसे बड़े है। पत्नि और बच्चों ने 25 वर्ष पूर्व छोड़ दिया, वह इधर उधर भटकते रहते थे एवं अभी कुछ दिनों पहले दूराखेड़ी मंदिर से उन्हें लेकर घर आए दो दिन पूर्व सुधीर भाई से दूरभाष पर चर्चा हुई एवं आज हम इन्हें लेकर सेवाधाम आए। मुझे यकीन नही हुआ कि इन्हें यहां इतना मान-सम्मान मिलेगा मैंने इसकी कल्पना भी नही की थी, सुधीर भाईजी को बहुत-बहुत धन्यवाद।