
1921 में स्थापित काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय वाराणसी और अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम के बीच 5 वर्षों के लिए हुआ एमओयू
1921 में स्थापित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ जो कि भारत का एक प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान है जिसकी आधारशीला एवं उद्घाटन महात्मा गांधी द्वारा की गई के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी के दिशा निर्देश पर अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम उज्जैन के साथ आगामी 5 वर्षो हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल, कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी, कुलसचिव डाॅ. सुनिला पाण्डे, वित्त अधिकारी संतोष कुमार शर्मा, परीक्षा नियंत्रक दिप्ती मिश्रा, उप कुलसचिव आनन्द कुमार मोर्य एवं निदेशक आउटरिच प्रो. संजय कुमार आदि मौजूद रहे। एमओयू के तहत काशी विद्यापीठ में अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम के लिए एक विशिष्ठ अध्ययन कक्ष में विद्यार्थियों को आश्रम के मानव सेवा कार्यो और दिव्यांगों के प्रति किए जा रहे कार्यों पर अनुसंधान की सुविधा के साथ सेवाधाम में विद्यापीठ के बच्चों हेतु शोध एवं समाज कार्य अभ्यास की सुविधा दी जावेगी। छात्र अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम उज्जैन में आकर इन सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकते है, बच्चों को आवास एवं भोजन के साथ प्रत्येक इंटर्न को पाँच हजार रूपये की फेलोशीप एवं यात्रा व्यय दिया जावेगा जिससे छात्रों के साथ-साथ शिक्षक भी भ्रमण कर सकेंगे।
समाजकार्य विभागाध्यक्ष प्रो. एम. वर्मा से मुलाकात कर उन्होने आश्वस्त किया कि इस एमओयू के तहत एम.एस.डब्लू पाठ्यक्रम के चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को जल्द ही 45 दिन की इंटर्नशीप पर अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम भेजेंगे। इस अवसर पर विनोबा सेवा आश्रम शाहजंहानापुर संस्थापक रमेश भैयाजी, पद्मश्री जलयौद्धा उमाशंकर पाण्डे, हरिजन सेवक संघ राष्ट्रीय सचिव संजय राय, पूर्व संयुक्त सचिव उ.प्र. शासन अजय कुमार पाण्डे, सामाजिक कार्यकर्ता विशाल श्रीवास्तव देहरादून सहित अनेक समाजसेवकों और गाधी विनोबा के आदर्शों पर कार्य करने वाली संस्थाओं ने शुभकामनाऐं व्यक्त की।