भारत के इतिहास में पहली बार…

राजघाट महात्मा गांधी समाधि स्थल से विश्व में शांति का संदेश लेकर
अखण्ड ज्योत पहुंची अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम

अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम में भारत के इतिहास में पहली बार नईदिल्ली स्थित राजघाट महात्मा गांधी समाधि स्थल से विश्व में शांति का संदेश लेकर अखण्ड ज्योत को 21000 किलोमीटर की पैदल शांति यात्रा एवं 11 देशों सहित भारत के 23 राज्यों में गांधीजी की शांति यात्रा का अलख जगाने वाले विश्वमित्र योगेश माथुरिया पूना महाराष्ट्र एवं विश्व में सोलर लैम्प पहुंचाने का कार्य कर रहे साथी सचिन माधव धांडे के साथ पहुंचे जहां आश्रम के मुख्य द्वार पर आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल, श्रीमती कांता भाभी सहित आश्रम के बच्चों, युवाओं एवं बुजूर्गों ने सद्गुरू बैण्ड के माध्यम से भव्य स्वागत कर पुष्प वर्षा की। इस अवसर पर महात्मा गांधीजी के चित्र के समक्ष अखण्ड ज्योत को स्थापित कर सूतांजलि अर्पित की। दृष्टिबाधित भोली अग्रवाल ने वैष्णव जन तो तेने कहिए गीत की प्रस्तुति देकर सम्पूर्ण वातावरण देशभक्ति से ओतप्रोत हो गया।

सुधीर भाई ने कहा कि हमारे लिए यह गौरव की बात है कि विश्व को शांति का पाठ सिखाने वाले महात्मा गांधी की समाधि स्थल की ज्योत नईदिल्ली से उज्जैन आई और रात्रि विश्राम पश्चात अपने गंतव्य स्थान पूना की ओर जाएगी। सुधीर भाई ने सर्व धर्म प्रार्थना कर महात्मा गांधी के कार्यो को याद किया।

विश्वमित्र योगेश माथुरिया ने बताया कि नईदिल्ली से हम सीधे उज्जैन अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम आए, रात्रि विश्राम पश्चात मेरे द्वारा स्थापित पूना के युनिर्वसिटी आॅफ लाईफ में पीस हिल गार्डन में महात्मा गांधी की अखण्ड ज्योत शुक्रवार को भव्य समारोह में प्रसिद्ध पर्यावरणविद एवं अहमदाबाद साबरमती आश्रम के मुख्य ट्रस्टी जयेश भाई, सुधीर भाई गोयल सहित भारत के अनेक महानुभावों की उपस्थिति में स्थापित की जावेगी। भारत के इतिहास में पहली बार अखण्ड ज्योत विश्व में शांति के संदेश को लेकर नईदिल्ली राजघाट से बाहर जा रही है। इस अवसर पर पहलगाम हमले की भी घोर निंदा की गई।

'अंकितग्राम' सेवाधाम आश्रम उज्‍जैन - गतिविधियॉं

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