महाकाल की भक्ति और सेवाधाम का सोशल मीडिया को देख 800 किलोमीटर दूर से खिंच लाई पिता की करूणा। बेटा पिता को देखते ही खुशी से नाच उठा, खोया बेटा मिलते ही आंखें भर आई। पिता को देखते ही दौड़कर गले से लिपट गया मनोरोगी पंकज। महाकाल की भक्ति और सेवाधाम का सोशल मीडिया को देख 800 किलोमीटर दूर से खिंच लाई पिता की करूणा। सुधीर भाई और सेवाधाम को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए पंकज का किया पुनर्वास। Source: ANB News | Published on: 11/11/2022
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