सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबज़ादों जोरावर सिंह जी और फ़तेह सिंह जी की शहादत को याद कर ‘अंकितग्राम’ सेवाधाम आश्रम में पहला वीर बाल दिवस मनाया गया।   

बलिदानी वीर बालक त्याग, समर्पण और देशभक्ति के लिए असख्ंय सिखो और देशवासियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे।  

– सुधीर भाई

‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन में राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए वीर बाल दिवस के अवसर पर सिखों के 10वें गुरू गोबिन्द सिंह जी के पुत्र साहिबजादा वीर बाबा जोरावर सिंह जी व साहिबजादा बाबा फतेह सिंहजी की शहादत को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए उड़ीसा एवम् इन्दौर के मेहमानों के साथ पुष्पांजलि अर्पित कर सत्य और नीति मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

सेवाधाम आश्रम संस्थापक सुधीर भाई गोयल ‘‘भाईजी’’ ने कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि राष्ट्र की सर्वोच्च पद पर आसीन महमहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मूजी के राज्य से भी यहां प्रतिनिधि मण्डल उपस्थित है।

भाईजी ने श्रीरामकृष्ण बालगृह एवं माँ शारदा बालिकागृह के नन्हे मुन्हे विशेष बच्चों और आश्रम परिवार को वीर बाल दिवस के बारे में बताया और कहा कि कि सबसे पहले सेवाधाम आश्रम ने विगत वर्ष वीर बालको के बलिदान को याद करने के लिए सिख समाज के प्रमुखों की उपस्थिति में बाल दिवस मनाया था और आज सम्पूर्ण देश माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी की अगुवाई में वीर भाईयों के शोर्य और आदर्श की कहानी को नमन कर रहा है।   प्रधानमंत्रीजी ने भी आज दिल्ली में अपने उद्बोधन में कहा है कि वीर बाल दिवस हमें बताएगा कि भारत क्या है, भारत की पहचान क्या है, हमें इतिहास के नाम पर वह गढ़े हुए नेरेटिव बताए और पढ़ाए जाते रहे, मगर अब इसे बदलने की जरूरत है इसलिए यह वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है। आश्रम के विशेष बाल कीर्तनियों द्वारा शबद गायन कर भजन गाए।

इस अवसर पर श्री अरविन्दो इंस्टीटॅ्यूट ऑफ मेडिकल साईंसेस के चिकित्सक डाॅ. सर्वेश मंगल, डाॅ. सुर्या गुप्ता, डाॅ. वरमीत मखीजा, डाॅ. प्रांजलि शिन्दे, डाॅ. अथर्व के साथ उड़ीसा कटक से आए अतिथिगण कमलाकांत दास, कनकलता दास, देवेन्द्र नाथ, रविन्द्र नाथ, मनोरमा विश्वाल, निरंजन साहू, केदारनाथ, प्रतिभा एवं मित्ता परिड़ा आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की।